दिल्ली की शराब नीति: अरविंद केजरीवाल के खिलाफ ED के दावा
सारांश
- दिल्ली की नई शराब नीति 2021 में लागू की गई थी।
- इस नीति का लक्ष्य शराब की बिक्री में सुधार और सरकारी राजस्व बढ़ाना था।
- सौरभ भारद्वाज, जो AAP से जुड़े हैं, पर ईडी ने इस नीति के कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है।
- आम आदमी पार्टी इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताती है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले के मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट ने 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस मामले में उन्हें ED के दावे के बारे में चौंकाने वाले दावे किए गए हैं।
शराब घोटाले का मामला क्या है?
दिल्ली सरकार ने 2021-22 के शराब नीति को लागू किया था, जिसका उद्देश्य था खुदरा शराब क्षेत्र के सुधार को बढ़ावा देना, उपभोक्ता अनुभव में सुधार करना और 9,500 करोड़ रुपये की आय को बढ़ाना। इस नीति के तहत सरकारी दुकानों को बंद करके निजी दुकानों को खोलने का प्रस्ताव था। यह नीति दिल्ली के 32 क्षेत्रों में 849 शराब दुकानों के लिए खुदरा लाइसेंस देने की प्रावधान करती थी।
दिल्ली की नई शराब नीति क्या है?
दिल्ली सरकार ने नवंबर 2021 में शराब की बिक्री को सुव्यवस्थित करने और सरकारी राजस्व बढ़ाने के उद्देश्य से एक नई शराब नीति लागू की थी। इस नीति के तहत, दिल्ली को 32 ज़ोन में विभाजित किया गया था, और प्रत्येक ज़ोन में खुदरा लाइसेंस कई निजी कंपनियों को दिए गए थे। इस कदम का लक्ष्य सरकारी नियंत्रण को कम करना और भ्रष्टाचार को रोकना था।
सौरभ भारद्वाज की भूमिका
सौरभ भारद्वाज आम आदमी पार्टी (AAP) के एक पूर्व पार्षद हैं। वह दिल्ली सरकार की आबकारी नीति बनाने वाली समिति में शामिल थे। ईडी की जांच इस बात पर केंद्रित है कि क्या भारद्वाज ने कथित रूप से लाइसेंस प्राप्त करने के लिए कुछ शराब कंपनियों को अनुचित लाभ पहुंचाया।
ईडी की कार्रवाई
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नवंबर 2022 में इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की। ईडी ने भारद्वाज और अन्य लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की और कथित तौर पर संदिग्ध वित्तीय लेनदेन के सबूत जुटाए।
आम आदमी पार्टी का दावा है कि ये आरोप निराधार हैं और उन्हें राजनीति से प्रेरित बताया गया है। पार्टी का कहना है कि नई शराब नीति भाजपा के शराब माफिया को नुकसान पहुंचा रही है, इसलिए वे इस तरह की कार्रवाई करवा रहे हैं।
मामले की मुख्य बातें
- दिल्ली की नई शराब नीति को लेकर विवाद
- सौरभ भारद्वाज पर ईडी की कार्रवाई
- आम आदमी पार्टी के आरोप
तालिका: दिल्ली की नई शराब नीति के मुख्य बिंदु
क्रमांक | बिंदु | विवरण |
---|---|---|
1 | लक्ष्य | शराब की बिक्री में सुधार और सरकारी राजस्व बढ़ाना |
2 | कार्यान्वयन | दिल्ली को 32 ज़ोन में विभाजित करना और खुदरा लाइसेंस निजी कंपनियों को देना |
3 | विवाद | कथित अनियमितताएं और भ्रष्टाचार |
निष्कर्ष
दिल्ली की नई शराब नीति और सौरभ भारद्वाज के खिलाफ ईडी की कार्रवाई एक जटिल मुद्दा है। अभी यह बता पाना